5 TIPS ABOUT BHOOT KI KAHANI YOU CAN USE TODAY

5 Tips about bhoot ki kahani You Can Use Today

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Bhoot ki kahani

तब उनकी पत्नी ने उन्हें देख लिया . और छुड़ाया उनसे पूछने लगी. अरे आपको क्या हो गया। जो आप ऐसी वैसी हरकतें करने लग गए। तो वे कुछ नहीं बोले. जैसे कोई पागल कोई बात को सुन रहा हो। उनकी औरत परेशान होकर डॉक्टर के घर पहुंची और उनका इलाज करने को कहा हालांकि डॉक्टर को बीमारी समझ में नहीं आई। फिर भी वह उनको ग्लूकोज की बोतलें चढ़ाना चालू कर दिए। धीरे-धीरे कुछ दिन बीतते गए लाल सिंह की तबीयत मानो कैंसर के मरीज से भी बत्तर हो गई ।

और इसलिए, राम, सोनू, और भूतिया गुफा की कहानी गांबवालो के लिए एक मिशाल बन गई।

यह किस्सा मध्य प्रदेश के रीवा जिले का है। रीवा जिले में नेहरा नाम का एक गांव है, यहां के लोग बताते हैं की बहुत […]

पमिनाबहन और उनके परिवार को यह हकीकत पता चलते ही, वह लोग मकान मालिक की अतृप्त आत्मा की मुक्ति का उपाय करवा देते हैं।

सब लोग गांव में मकान भाड़े से लेकर रहते थे । और मैं स्कूल के पास ही एक अलग छोटा सा कमरा बना हुआ था। जिसमें मैं अकेला ही रहता था । स्कूल के चारों ओर खेत और झाड़ियां थी । स्कूल गांव से थोड़ी दूरी पर था । स्कूल में बिजली नहीं थी ।

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गरुण पुराण के अनुसार कौन लोग नरक की यातना सहते है

par mujhe pta nahi kyu vo khoon dekh kar me use pine k liye utavla hota ja rha tha.. shayd me bhi unki trhe ban gya tha… or mene vo khun piya or achanak meri nind tut gyi… fir me utha or mujhe jor ki pyas lag rhi thi… mene pani piya to mujhe ulit aa gyii… me kafi dar gya tha…

ऐसा क्या हुआ जो वह लड़की आज नहीं आई । फिर मैं अपने घर की तरफ निकल पड़ा। एक हफ्ते बाद मेरे घर पर एक चिट्ठी आई और मुझे पता चल गया था कि यह चिट्ठी उसकी ही है। उसमें उसका नाम प्रीति लिखा हुआ था।

बोलो तो बीड़ी सुलगाए हम लोगों ने बोला क्यों नहीं । तो हमारे मित्र ने चार बीड़ी जलाई । सब ने एक – एक बीड़ी अपने हाथ में ले ली। तभी एक मित्र ने बोला अरे मुझे भी तो पिलाओ हमने हंसकर बोला।

bhoot ki kahani को पढ़ना चाहते है। तो यहां पर हम ने कुछ bhoot ki kahani कहानी लिखी है जो सत्य घटना पर आधारित है। यह horror Tale को पढ़ा कर आपको काफी डर लगेगा।

फूलपुर गांव में शाम का वक़्त था शहनाई की आवाज सुनाई दे रही थी आज अभिषेक और मायरा की शादी थी । फूलपुर गांव में खूनी वधु का आतंक था इसीलिए लोग रात होने से पहले ही अपने घर का दरवाजा बंद कर देते थे । ...

थोड़ी रात बीत गई । तभी हमारे एक मित्र ने कहा कि यहां पर ना तो बिजली है । ना तो टीवी है . हम लोग बैठकर यहां पर क्या करेंगे चलो । आज हम लोग थोड़ी मस्ती करते हैं। दूसरे मित्र ने बोला हम अपने साथ ताश के पत्ते लाए हैं । चलो खेलते हैं और हम लोग धीमी लालटेन को जलाकर।

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